Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh

  ISSN 2321 - 9726 (Online)   New DOI : 10.32804/BBSSES

Impact Factor* - 6.9315


*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

सैयद गुलाम नबी ’रसलीन’ - व्यक्तित्व एवं कृतित्व

    1 Author(s):  DR.TABINDA RIZVI

Vol -  1, Issue- 2 ,         Page(s) : 28 - 32  (2010 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES

Get Index Page

Abstract

सैयद गुलाम नबी ’रसलीन’ रीतिकालीन रसरीति परम्परा के आचार्य कवि है, यह रसरीति परम्परा के एकमात्र मुस्लिम आचार्य कवि है, रीतिकालीन साहित्य में जो ग्रन्थ रस एवं नायक - नायिका भेद का विवेचन करते है, वे रसरीति के ग्रन्थ कहलाते है, रसरीति परम्परा संस्कृत काव्यषास्त्र से हिन्दी में आई एवं इसका षुभारम्भ रीतिकाल से पूर्व ही हो गया था, रसरीति परम्परा का प्रथम ग्रन्थ कृपाराम कृत ’हिततंरगिणी’ को माना जाता है


   No of Download : 146    Submit Your Rating     Cite This   Download         Certificate







Bank Details