बहुभाषिकता और समकालीन हिंदी नाटक
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Author(s):
DR.VIKAS SHARMA,DR. KANCHAN
Vol - 9, Issue- 8 ,
Page(s) : 11 - 20
(2018 )
DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
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Abstract
बहुभाषिकता का अर्थ है कि एक व्यक्ति या समुदाय दो या दो से अधिक या कई भाषाओं का ज्ञान रखता है और उन्हें संवेदनशीलता के साथ प्रयोग कर सकता है। यह न केवल भाषाओं की उत्कृष्टता को बढ़ाता है, बल्कि अन्य संस्कृतियों और समुदायों के साथ संवाद करने का अवसर प्रदान करता है।
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