Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh
ISSN 2321 - 9726 (Online) New DOI : 10.32804/BBSSES
**Need Help in Content editing, Data Analysis.
Adv For Editing Content
बोधिसत्व की अवधारणा (सन्दर्भ- गांधार कालीन मूर्तिशिल्प)
2 Author(s): RUBY RATHOUR,DR. SONIKA
Vol - 12, Issue- 10 , Page(s) : 11 - 18 (2021 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
भारतीय कला का इतिहास अति प्राचीन है। उसका प्राचीन समय में क्या स्वरूप था एवं कला का विकास कैसे हुआ आदि विषय बड़े रोचक हैं। अर्थ की दृष्टि से मानव धर्म और भारतीय संस्कृति लगभग पर्याय हैं, क्योंकि इस संस्कृति का निर्माण ही मानव मूल्यों के आधार पर हुआ है। दूसरों का हित करने से बड़ा धर्म और दूसरों के दुख से दुःखी होने की दृष्टि के बल भारत में ही मिल सकते हैं, इसका एक ज्वलन्त उदाहरण बौद्ध धर्म है।