Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh
ISSN 2321 - 9726 (Online) New DOI : 10.32804/BBSSES
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‘आपा साहब एवं आपा पंथ के कवि’: विवेचनात्मक अध्ययन
1 Author(s): DR. PRITI
Vol - 2, Issue- 2 , Page(s) : 22 - 34 (2011 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
निर्गुण-भक्ति साहित्य के महत्त्वपूर्ण हस्ताक्षर ‘आपा पंथ’ के प्रवर्तक, उत्कृश्ट विचारक व समरसता के प्रचारक श्री मुनिदास (आपा साहब) हैं। इन्होंने दर्षन, समाज, ज्ञान, योग भक्ति तथा प्रेम आदि क्षेत्रों में अपने श्रेश्ठ भावों एवं विचारों का आलोक विकीर्ण कर आदर्ष की स्थापना का प्रयत्न किया। इनके पंथ में रामगुलाम दास, रामदास, साँवलदास, सुमेरूदास, बलदेवदास, लक्ष्मण दास, केदार दास, गुंगदास, भगन दास तथा बालन दास आदि अन्य कवि हैं। इन कवियों नेे आपा साहब द्वारा स्थापित आदर्षों को जन-जन तक सम्प्रेशित करने का प्रयत्न किया। आपा पंथ का अधिकांष साहित्य आज भी पाण्डुलिपियों के रूप में सुरक्षित है।