Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh
ISSN 2321 - 9726 (Online) New DOI : 10.32804/BBSSES
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सामुदायिक रेडियो और ग्रामीण भारत
1 Author(s): AMOL MURLIDHAR NIMSADKAR
Vol - 4, Issue- 2 , Page(s) : 55 - 59 (2013 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
सामुदायिक रेडियो से तात्पर्य है कि ऐसी सामग्री का प्रसारण करना जो स्थानीय/विशिष्ट श्रोताओं की मुख्य आवश्यकता ह,ै जिनकी अनदेखी वाणिज्यिकी या सरकारी जन-माध्यम प्रसारकों द्वारा की जा सकती है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंात्रिक देश है और पिछले दशक से सूचना क्रांति केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। इसलिए देश के सर्वांगीण विकास में सामुदायिक रेडियो की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। भारत गावों का देश होने के नाते ग्रामीण भारत में सामुदायिक रेडियो के भविष्य पर अध्ययन बहुत जरूरी है। देश की मुल जरूरतों की प्राथमिक सूचना देने का कार्य बहुआयामी मास मीडिया का अंग सामुदायिक रेडियो निभा रहा है।