Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh
ISSN 2321 - 9726 (Online) New DOI : 10.32804/BBSSES
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स्वामी विवेकानन्द का कृतित्व व व्यक्तित्व : एक राष्ट्रचिंतन
2 Author(s): DR. KAMLESH PRASAD SHARMA , DR. KRISHNA GOVIND PANDEY
Vol - 4, Issue- 4 , Page(s) : 83 - 86 (2013 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
एक देदीप्यमान सूर्य, सिंह सदृश ग्रीवा और तेजस्वी ललाट, अन्तर्भेदीदृष्टि, स्पन्दित अधरा, आश्चर्यजनक द्रुतगति गैरिक वस्त्राच्छादित परमाश्चर्य व्यक्तित्व, पृथ्वी के प्रचीनतम धर्म के प्रतीक पुरूष प्राणवंत, शक्ति संपन्न, निश्चित उद्देश्य पर दृढ़, पुरूषों में पुरूष, स्वयं को उच्चतर में अधिष्ठित करने में समर्थ सम्पन्न चरित्र, सूत्र (गुरूदेव स्वामी रामकृष्णपरमहंस) के भाष्य स्वामी विवेकानन्द का कृतित्व व व्यक्तित्व शास्त्र, गुरू तथा मातृभूमि के तीन स्वरों से अनुनादित है।