Bhartiya Bhasha, Siksha, Sahitya evam Shodh
ISSN 2321 - 9726 (Online) New DOI : 10.32804/BBSSES
**Need Help in Content editing, Data Analysis.
Adv For Editing Content
आधुुनिक भारतीय समाज में गांधीजी की बुनियादी शिक्षा की उपादेयता
1 Author(s): BIJENDER SINGH
Vol - 5, Issue- 3 , Page(s) : 43 - 49 (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/BBSSES
राष्ट्रीय कांग्रेस को नेतृत्व प्रदान किया तथा उनके नेतृत्व में कईं जन आंदोलन - असहयोग आंदोलन (1920), सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930) और भारत छोड़ो आंदोलन (1942) चलाये गये जिसके फलस्वरूप अन्ततः भारत स्वतन्त्र हुआ । गांधीजी के जीवन-दर्षन का आधार भारतीय आदर्षवाद है उनका ईष्वर में अटल विष्वास था । उनके जीवन दर्षन के मुख्य रूप से चार प्रमुख तत्व है - सत्य (ज्तनजीद्धए अहिंसा, निर्भयता तथा सत्याग्रह । संसार के अधिकांष लोग गंाधीजी को एक महान राजनीतिज्ञ ही मानते है, परन्तु उन्हांेने देष की राजनीतिक उन्नति की अपेक्षा सामाजिक उन्नति को अधिक आवष्यक समझा । उनका विष्वास था कि दूषित समाज में किसी आदर्ष राज्य की कल्पना नहीं की जा सकती ।